कहानी की शुरुआतअजय और उसकी बहन स्नेहा एक छोटे से पहाड़ी गांव में रहते थे। उन्हें रोमांचक कहानियों और साहसिक कारनामों का बेहद शौक था। एक दिन, उन्हें अपने दादा की पुरानी किताब में एक खज़ाने का नक्शा मिला। यह नक्शा उनके गांव के पास के घने जंगल के बारे में था, जहां बहुत से लोग जाने से डरते थे,,,,यात्रा की शुरुआतअजय और स्नेहा ने तय किया कि वे इस रहस्यमयी खज़ाने को खोजने निकलेंगे। उन्होंने अपने साथ टॉर्च, रस्सी, खाना, और एक चाकू लिया। जैसे ही वे जंगल में घुसे, उन्हें पक्षियों की चहचहाहट और अजीबो-गरीब आवाज़ें सुनाई दीं…चुनौतियां और रोमांचजंगल में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। रास्ते में एक टूटे हुए पुल को पार करते समय स्नेहा का पैर फिसल गया, लेकिन अजय ने उसे बचा लिया। जंगल में उन्हें एक खंडहर मिला, जहां उन्हें खजाने का सुराग छुपा हुआ मिला….आगे बढ़ने पर, उन्हें एक गुफा मिली, जहां रास्ता अंधेरे और झाड़ियों से भरा हुआ था। जैसे ही वे गुफा के अंदर गए, अचानक एक बड़ा पत्थर दरवाजे की तरह नीचे गिर गया। गुफा के अंदर एक रहस्यमय कोड था, जिसे हल किए बिना खज़ाने तक पहुँचना असंभव था,,,खज़ाने की खोजअजय और स्नेहा ने अपनी सूझबूझ से उस कोड को हल किया और दरवाजा खोल दिया। अंदर सोने की मूर्तियाँ, हीरे-जवाहरात और पुराने सिक्कों से भरे बक्से मिले। खज़ाना देखकर वे चकित रह गए। लेकिन तभी एक जाल activated हो गया, और गुफा में पत्थर गिरने लगे।साहसिक वापसीउन्होंने फुर्ती दिखाते हुए गुफा से बाहर निकलने का रास्ता खोज लिया और खज़ाने को बचाने में कामयाब रहे। गांव लौटकर उन्होंने खज़ाने का एक हिस्सा जरूरतमंदों में बाँट दिया और अपने साहसिक कारनामे की कहानी सबको सुनाईThe end rahmanansari January 13, 2025 Blog, story Comments